विश्व एथलेटिक्स में एक सनसनीखेज निर्णय में, परिषद ने ट्रांसजेंडर महिलाओं पर प्रतिबंध लगा दिया

विश्व एथलेटिक्स में एक सनसनीखेज निर्णय में, परिषद ने ट्रांसजेंडर महिलाओं पर प्रतिबंध लगा दिया

विश्व एथलेटिक्स में फिर विवाद लंबी बैठक के बाद वर्ल्ड एथलेटिक्स काउंसिल ने आखिरकार गुरुवार को ऐलान किया कि ट्रांसजेंडर लोग महिलाओं के किसी भी इवेंट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.

दरअसल एथलेटिक्स और स्विमिंग में इससे पहले भी इसे लेकर कई बार बहस हो चुकी है। बार-बार आरोप लगते रहे हैं कि ट्रांसजेंडरों को महिला समूहों में भाग लेकर अतिरिक्त लाभ मिल रहा है। इसको लेकर कई तरह की चर्चाएं हो चुकी हैं। आखिरकार एथलेटिक्स काउंसिल ने ट्रांसजेंडर्स को महिला टीम से बाहर करने का फैसला किया।

वास्तव में, अन्य महिला एथलीट कई मौकों पर ट्रांसजेंडर लोगों के खिलाफ सामने आई हैं। इसके चलते मामला चर्चा में रहा। इस बार उस मामले में खास फैसला लिया गया। अभी तक किसी भी ट्रांसजेंडर संगठन ने आधिकारिक तौर पर इस मुद्दे पर बात नहीं की है।

यह भी पढ़ें: बुमराह के साथ वास्तव में क्या हुआ, यह लक्ष्मण ही जानें- रिपोर्ट

हालांकि, विश्व एथलेटिक्स शासी निकाय के अध्यक्ष सेबस्टियन कोए ने गुरुवार को कहा कि परिषद इस साल 31 मार्च से ट्रांसजेंडर महिला एथलीटों को विश्व रैंकिंग प्रतियोगिताओं से बाहर करने पर सहमत हो गई है। ऐसी कोई महिला एथलीट वर्तमान में ट्रैक के उच्चतम एलीट स्तर पर प्रतिस्पर्धा नहीं करती है।

परिषद के मुताबिक उन्होंने यह फैसला अचानक नहीं लिया है। उन्होंने यह फैसला लेने से पहले ओलंपिक समिति और कई ट्रांसजेंडर संगठनों से भी सलाह ली थी। इसके बाद उन्होंने अंतिम फैसला लिया। कोए का दावा है, ‘सुझाव देने वालों में से ज्यादातर ने कहा कि ट्रांसजेंडर एथलीटों को महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा नहीं करनी चाहिए।’

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में हार के डर से यहां नहीं खेलेगा भारत-पूर्व पाक ने आग में घी डाला

भले ही ट्रांसजेंडर्स को फिलहाल महिला टीम से बाहर कर दिया जाए, आगे की चर्चा जारी रहेगी। जानकारी जुटाई जाएगी। इसके लिए एक कमेटी पहले ही बना दी गई है। वह कमेटी मामले का अध्ययन कर और जानकारी जुटाएगी।

हालांकि इस संबंध में ट्रांसजेंडर संगठनों ने अपनी राय पहले ही जाहिर कर दी थी। उन्होंने मांग की कि ट्रांसजेंडर्स को महिला टीम में मौका मिलना चाहिए। अब देखने वाली बात यह है कि एथलेटिक काउंसिल के इस फैसले के बाद वे क्या रुख अपनाते हैं!

वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोई ट्रांसजेंडर एथलेटिक्स नहीं है। लेकिन तैरने में। ट्रांसजेंडर्स को महिला टीम में रखना बिल्कुल भी सही है या नहीं, क्या वो सामान्य महिलाओं से शारीरिक रूप से ज्यादा मजबूत हैं, ये सवाल बार-बार सामने आए हैं.

Akash Pal

Akash Pal is a talented writer with a passion for storytelling. He has been writing for over a decade, and his work has been featured in numerous publications, both online and in print. Akash has a unique ability to capture the essence of a story and bring it to life with vivid imagery and engaging prose.

Previous Story

रमजान 2023: प्यारे लोगों को पवित्र रमजान की शुभकामनाएं, यहां हैं शुभकामनाएं

Next Story

राहुल की अयोग्यता पर रिजिजू: ‘कांग्रेस इस बार भाजपा को दोष देगी’, रिजिजू ने राहुल की अयोग्यता पर किया प्रहार